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पोस्ट में दिए गए प्रशन – पृथ्वी का निर्माण कैसे हुआ हिंदी में, पृथ्वी क्या है, पृथ्वी के नीचे क्या है, पृथ्वी के इतिहास, पृथ्वी की घूर्णन गति, पृथ्वी क्या है भूगोल
The Earth, पृथ्वी संपूर्ण मनाव और अन्य जिव जन्तु अदि का एक मात्र घर है। यहाँ सभी जिव जंतु के रहने, खाने और एक बेहतरीन वातावरण केवल धरती पर ही मौजूद है। पृथ्वी क्या है और क्या है हमरे पृथ्वी की इतिहास इस पोस्ट में जानेगे।
आम लोग सिर्फ इतना ही जानते की ये हमारे जीवन का स्रोत है। और ये बाते सच, लेकिन इस महत्वपूर्ण बातों के आलावा भी धरती की बहुत सारे बातें ऐसी है, जिसे सभी को जानना चाहिए।
पृथ्वी पार कई चीजें अजीब है जिसे किसी चमत्कार सा लगता है, और बहुत से चीजे ऐसे है जो मनुष्ये गलतिये के कारण सरूप वह नष्ट हो गये है। पृथ्वी के तापमान से लेकर इसके धूमने की गति तक, इन सब में कुछ न कुछ ऐसी बाते है जिसे जान कर आप आश्चर्य चकित रह सकते है।
पृथ्वी की अनंत गहराइयों में कई ऐसी जानकरी छुपी है जिन्हें बहुत से कम लोग जानते है। तो आये आज हम धरती जुड़े रोचक बाते जानते है।
पृथ्वी क्या है | पृथ्वी क्या है बताइए “What is Earth In Hindi”
जैसा की आप जानते है पृथ्वी हमारे सौरमंडल में स्थित एक ग्रह है, जो सूर्य के आसपास घूमता है। इस धरती के तीन प्रमुख घटकों में से एक है – वायु, जल, और भूमि। पृथ्वी मानव, जीवन जन्तु अदि का घर है।
पृथ्वी सौरमंडल में सभी ग्रहो से भिन्न है। आकाश गंगा में महजूद पृथ्वी अन्य ग्रह की तरह ये भी एक ग्रह [planet] ही कहलाते है। हमारे सौरमंडल में कुल आठ [eight] ग्रह है, और सभी ग्रह पूरी तरह भिन्न है।
हमरी पृथ्वी सौरमंडल में एक मात्र ऐसा ग्रह [planet] है जिनमे जीवन मौजुद है, एव इस पर जीवन जीना संभव है।
पृथ्वी [earth] अन्या ग्रह से आकर, व्यास, त्रिज्या, घनत्व, आयतन, द्रव्यमान, एव तापमान में सबसे अलग है। और जैसा की आप जानते है, पृथ्वी पूरे ब्रह्मांड में एक मात्र एक ऐसी ज्ञात जगह [place] है जहां जीवन का अस्तित्व है।
पृथ्वी [धरती] के आधी कांक्ष भागो में पानी होने के कारण ये अंतरिक्ष से नीली दिखाई देती है। इसलिए धरती को नीला ग्रह कहते है, पृथ्वी की पूरी सतह में 71% भाग पर पानी [जल क्षेत्र] मौजूद है, जिसे जलमंडल कहते है। और बाकि 29% भाग [सतह] में भूमि अर्थात भू क्षेत्र है, जिसे हम स्थलमंडल भी कहते है।
पृथ्वी का भू क्षेत्र कुल सात [7] महाद्वीपो में अलग बांटा गया है जैसे – एशिया, यूरोप, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और अंटार्कटिका ये सभी समुंद्र के कारण बांटे है।
पृथ्वी का जल क्षेत्र कुल पाँच [5] महासागरों में बांटा गया है जैसे – प्रशांत महासागर, हिंद महासागर, अटलांटिक महासागर, आर्कटिक महासागर, दक्षिणी महासागर। ये कुल 5 समुंद्र है।
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पृथ्वी के वायुमंडल में गैसों की मात्रा।
earth [पृथ्वी] के वायुमंडल में अलग अलग प्रकार के गैस पाए जाते है। जिसमे नाइट्रोजन की मात्रा 78% और ऑक्सीजन की मात्रा 21% है, हमारे वायुमंडल में नाइट्रोजन और ऑक्सीजन की मात्रा अधिक है।
अन्य गैस जैसे – आर्गन 0.9% कार्बन डाई ऑक्साइड 0.03% तथा हाइड्रोजन, हीलियम, ओज़ोन, निऑन, जेनान, आदि गैस अल्प मात्रा में उपस्थित हैं। वायुमंडल के ऊँचाई में गैसों की आपेक्षिक मात्रा में परिवर्तन पाया जाता है।
गैस | प्रतिशत, आयतन |
---|---|
नाइट्रोजन | 78.09% |
ऑक्सीजन | 20.95% |
आर्गन | 0.93% |
कार्बन डाइआक्साइड | 0.03% |
निऑन | 0.0018% |
हाइड्रोजन | 0.001% |
हीलियम | 0.000524% |
क्रिप्टन | 0.0001% |
ज़ेनान | 0.000008% |
ओज़ोन | 0.000001% |
मीथेन | अल्प मात्रा |
पृथ्वी कैसे बानी है। history of earth ( पृथ्वी का निर्माण कैसे हुआ हिंदी में )
पृथ्वी के इतिहास का प्रथम युग, जिसका शुरुआत लगभग 4.54 अरब वर्ष पूर्व हुआ था। पृथ्वी का निर्माण ठीक सौरमंडल के उत्पत्ति से पूर्व की घटना है।
सौरमंडल की उत्पत्ति के पश्चात्, इस सौरमंडल के भित्तियों पर कुछ माउंटेन के समूह के मुख्य घटकों से बने ग्रहों के पृथक्करण के प्रक्रिये से पृथ्वी के निर्माण हुआ।अधिकतर खगोलीय वैज्ञानिकों का मानना है, पृथ्वी का निर्माण 4.54 बिलियन वर्ष पूर्व ही हुआ है।
पृथ्वी के निर्माण के समय पृथ्वी के अन्दर और बहार एक गर्म और उष्ण वायुमंडल वातावरण था, जो बाद में कई साल बाद धीरे धीरे इसके वातावरण में बदलाब हुआ और ये ठंडे होने लगे ये फोम में आने में कई हजार साल लग गए।
उसी समय अंतरिक्ष में पृथ्वी के मुख्य वायुमंडल में गतिशीलता हुई, इससे पृथ्वी के वायुमंडल में महत्वपूर्ण गैसों जैसे की ऑक्सीजन, नैट्रोजन, कैरोन, एंड सुल्फर की मात्रा में परिवर्तन हुआ। इस कारण से पृथ्वी के वायुमंडल में जीवन विकसित होने के लिए उपयुक्त इस्थिति बन गया।
पृथ्वी जब 4.54 अरब वर्ष पूर्व बनाना आरम्भ हुआ उस समय पृथ्वी का पहला युग की शुरुआत हुआ, 4.54 Ga में सौर-नीहारिका से हुई अभिवृद्धि के द्वारा पृथ्वी के निर्माण हुआ, इस काल को अर्थात युग को हेडियन (Hadean) काल कहा जाता है।
हेडियन (Hadean) युग के दौरान, पृथ्वी की सतह पर लगातार हलचल होता रहा और बड़ी मात्रा में ऊष्मा प्रवाह तथा भीम की ऊष्मीय अनुपात के कारण अधिक ज्वालामुखियों का विस्फोट भी भयंकर हो रहा था।
और इस के 1अरब वर्ष पश्चात यहाँ जीवन का विकास शुरू हो गया था। उसी समय से पृथ्वी के जैवमंडल ( biosphere) ने यहॉ के वायु मंडल में बहुत परिवर्तन किया है।
पृथ्वी की उत्पति के बारे में वैज्ञानिक धारणा एक यह भी हैं कि तकरीबन 5 बिलियन वर्ष पूर्व कई गैसों के एक साथ मिलने से भयंकर धमाका हुआ। जिसे कई सारे ग्रह उपग्रह अदि का निर्माण हुआ। उसी से सूर्ये काभी निर्माण हुआ।
समय बीतने के साथ साथ ओजोन पर्त का निर्माण हुआ, जिसनें पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र के साथ मिलकर पृथ्वी पर आने वाले हानिकारक सौर विकरण को रोककर रखा। इसी के कारण पृथ्वी पर नई वातबरण परवर्ती हुई।
पृथ्वी पर कई युग बीते है पहले – 1हेडियन और आर्कियन (Hadean and Archaean), 2 प्रोटेरोज़ोइक युग, 3पैलियोज़ोइक युग, 4मेसोज़ोइक, 5सेनोज़ोइक युग (हालिया जीवन) इनके अलाव और भी कई युग बीत चुके है। इनमे सनोजोइक युग मानव सभय्ता से जुड़े है इसे युग में मानव का विकास आरभ हुआ था।
पृथ्वी क्या है भूगोल क्या है। पृथ्वी की घूर्णन गति!
ये पृथ्वी प्रारंभ में चट्टानीये गर्म एवं वीरान ग्रह था। इसके वायुमंडल में भी बहुत ही गर्म वायु था इस कारण से हाइड्रोजन तथा हिलयम रचना हुई तब इस में ऑक्सीजन और नाइट्रोजन गैस नहीं पाया जाता था कुछ समय बाद कालंतर में पृथ्वी पर कुछ ऐसी घटनाएं घटित हुई जिससे पृथ्वी पर जीवन के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ विकसित हो गई। और उसी समय ऑक्सीजन और नाइट्रोजन गैस अस्तित्व में आया।
पृथ्वी का भूगोल में उसके भूमि, पर्वत, जलवायु, वायु, प्रवाह और तापमान जैसी गुण का विवरण आते है। भूगोल पृथ्वी की इतिहास, विकास, विकासकीय प्रक्रियाओं और पृथ्वी के वातावरण में परिवर्तन में परिवर्तन समय समय पर होना इस ही पृथ्वी की भुगलोलिकता है।